सामाजिक सरोकार से जुड़ी राजनीति की पैराकोर , भोपाल जिले से चुनी जाने वाली पहली महिला विधायक एवं मंत्री श्रीमती कृष्णा गौर आमजन के विश्वास के चलते ही राजनीति के शिखर तक पहुंची हैं उन्होंने सदैव आम जनता को एहसास कराया है कि वह VVIP नहीं है बल्कि उनके बीच की उनके जैसी ही हैं l उनकी इसी काबिलियत ने उन्हें उन चुनिंदा नेताओं में शुमार कर दिया है  जिनकी लोकप्रियता उनके क्षेत्र में शिखर पर है l पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री श्रीमती कृष्णा गौर गोविंदपुरा विधानसभा क्षेत्र में किसी की दीदी हैं, किसी की भाभी हैं, किसी की बेटी हैं तो किसी की बहू भी हैं l उन्होंने जनता से सीधे रिश्ते बनाए हैं यही वजह है कि जब वह पहली बार  2018 में विधानसभा चुनाव लड़ी तो उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी को लगभग 46359 वोटो के अंतर से पराजित किया l जब वे 2023 में विधानसभा चुनाव लड़ी तो यही जीत का अंतर 1,06,000 था उनकी लोकप्रिय का अंदाजा उनके जीत के बढ़ते अंतर से ही लगाया जा सकता है l श्रीमती कृष्णा गौर पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय श्री बाबूलाल गौर की पुत्रवधू हैं l वे पर्यटन विकास निगम की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं एवं भोपाल नगर निगम में महापौर भी रही है l जनता के बीच उनकी गहरी पैठ है वास्तव में वे गोविंदपुरा विधानसभा क्षेत्र में राजनीति का नया कल्चर डवलप कर रही है जिसका सीधा संबंध जनता से ही है l आज गोविंदपुरा विधानसभा क्षेत्र उनके नेतृत्व में विकास के नए आयाम स्थापित कर रहा है l वे सुबह 10:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक निरंतर विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर रहती हैं l परिश्रम की पराकाष्ठा की पर्याय बन चुकी श्रीमती कृष्णा गौर का 26 सिंतबर को जन्मदिन है उनके जन्म दिवस पर उनको ढेर सारी बधाइयां और शुभकामनाएं...