राजगढ कलेक्‍टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा द्वारा बुधवार को रबी सीजन के दृष्टिगत जिले में खादबीज की उपलब्‍धता की समीक्षा की गई। साथ ही सोयाबीन उपार्जन के संबंध में आवश्‍यक दिशा-निर्देश दिए गए।

बैठक में कलेक्‍टर ने कहा कि जिले में वर्तमान स्थिति में खाद की उपलब्‍धता की स्थिति प्रस्‍तुत की जाए। साथ ही सभी स्‍टेक होल्‍डर निजी एवं सहकारी क्षेत्र में अपना-अपना स्‍टॉक न्‍यूनतम रखें। जिससे जिले को खाद की रेक की सतत उपलब्‍धता में दिक्‍कत न हो। उन्‍होंने समर्थन मूल्‍य पर सोयाबीन उपार्जन के लिए आवश्‍यक प्रशिक्षण आयोजित करने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि सोयाबीन उपार्जन केन्‍द्रों पर पर्याप्‍त शासकीय अमले की डयूटी लगाई जाए। राजस्‍व विभाग द्वारा सोयाबीन के पंजीकृत किसानों के द्वारा कराएं गए पंजीयन में दर्ज रकबे का निर्धारित समय में आवश्‍यक रूप से सत्‍यापन किया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि बडे रकबे धारी किसानों की उपज का मौके पर ही सत्‍यापन हो। जिले की सभी कृषि उपज मण्‍डीयों की बडे व्‍यापारियों की सूची प्राप्‍त कर उनके प्रतिष्‍ठानों एवं भण्‍डारगृहों का निरीक्षण किया जाए एवं भण्‍डारित सोयाबीन की मात्रा का सत्‍यापन किया जाए। कलेक्‍टर ने कहा कि कृषकों द्वारा जिले की मंडियो में बडी मात्रा में सोयाबीन का विक्रय किया जा रहा है, ऐसी स्थिति में आवश्‍यक है विक्रेता किसानों का पूर्ण अभिलेख निश्चित प्रारूप में संधारित किया जाए। कलेक्‍टर ने जिले के नापतौल विभाग को निर्देशित किया कि वे-ब्रिज/समितियों के तौल काटों का सत्‍यापन कर सोयाबीन उपार्जन के पूर्व सत्‍यापन प्रमाण पत्र जारी करें।

बैठक में उप संचालक कृषि श्री एच.के. मालवीयजिला विपणन अधिकारी श्री संजय गीतेजिला सहाकारी केन्‍द्रीय बैंक के प्रतिनिधि श्री पी.एन. यादव एवं नागरिक आपूर्ति निगम के जिला प्रबंधक श्री डी.एस. चौहानजिले की सभी मण्डियों के सचिव ने भाग लिया।