छिंदवाडा़ कलेक्टर श्री शीलेन्द्र सिंह के निर्देशानुसार प्रशासन द्वारा लगातार समझाईश देने के बाद भी व्यक्तियों द्वारा नरवाई में आग लगाए जाने की घटनाएं सामने आ रही हैं। नरवाई जलाने से होने वाले नुकसानों के बारे में कृषि विभाग द्वारा व्यक्तियों को लगातार अवगत कराया जा रहा है, साथ ही नरवाई प्रबंधन के लिए विकासखंड छिन्दवाड़ा में बीआईएसए संस्था जबलपुर के सहयोग तथा किसानों द्वारा स्वप्रेरित होकर भी बड़ी संख्या में सुपरसीडर द्वारा मूंग फसल की बोनी खड़ी नरवाई में की गई है। इन प्रयासों के बाद भी विकासखंड छिन्दवाड़ा में नरवाई जलाने पर कृषि विभाग एवं राजस्व विभाग की संयुक्त टीम ने व्यक्तियों पर कार्यवाही की है। नरवाई जलाने पर शनिवार देर शाम जिले के कुंडीपुरा थाने में ग्राम अतरवाड़ा के कमलेश पिता बुद्धू चौरिया, ग्राम भानादेही के करण पिता रेशम चंद्रवंशी तथा चांद थाने में ग्राम थांवरीकला के भैयालाल पिता देवचंद पाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।

        विकासखंड छिन्दवाड़ा के कृषि एवं राजस्व विभाग के मैदानी अमले को नरवाई जलाने वाले व्यक्तियों के खिलाफ कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश जिला प्रशासन द्वारा दिए जाने पर यह कार्यवाही की गई है। कार्यवाही के दौरान तहसीलदार, एसडीओ कृषि, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी, पटवारी व एईओ उपस्थित थे।

जिले में अभी तक 45 FIR दर्ज-  जिले में अभी तक 45 FIR दर्ज की जा चुकी है । नरवाई जलाने से रोकने के लिये व्यक्तियों को लगातार समझाईश देकर जागरूक किया जा रहा है । साथ ही सुपरसीडर/हैपीसीडर का उपयोग कर नरवाई से खाद बनाने के लिये कलेक्टर श्री सिंह के निर्देशानुसार सभी एसडीएम राजस्व विभाग, कृषि विभाग, पुलिस विभाग, पंचायत विभाग एवं वन विभाग के मैदानी अधिकारियों/कर्मचारियों की बैठक लेकर नरवाई जलाने से रोकने की रणनीति पर चर्चा कर संबंधितों को आवश्यक निर्देश दिये गये है । पटवारी, पंचायत सचिव/रोजगार सहायक, कृषि विस्तार अधिकारी, वन रक्षक एवं कोटवार को ग्राम पंचायत के स्तर पर जुर्माने/एफआईआर की कार्यवाही करानी है ।