बड़वानी जिले के किसान भाईयों द्वारा रबी फसलों की बोनी की जा रही है किसानों को उनकी आवश्यकतानुसार रासायनिक खाद उपलब्ध कराने हेतु जिले के सहकारी क्षेत्र एवं निजी विक्रेताओं के यहा उर्वरकों का भण्डारण करवाया जा रहा है । वर्तमान में विपणन संघ के डबल लॉक केन्द्रों एवं सहकारी समितियों में यूरिया 9119 मेट्रिक टन, डीएपी 1313 मेट्रिक टन, एनपीके 2685 मेट्रिक टन, पोटाश 1404 मेट्रिक टन, सुपर फॉस्फेलट 4067 मेट्रिक टन, अमोनियम सल्फेडट 55 मेट्रिक टन निजी डीलरों की दुकानों पर यूरिया 4066 मेट्रिक टन, डीएपी 283 मेट्रिक टन, एनपीके 2075 मेट्रिक टन, पोटाश 460 मेट्रिक टन, सुपर फॉस्फेट 7093 मेट्रिक टन, अमोनियम सल्फेट 207 मेट्रिक टन, कुल 32827 मेट्रिक टन की व्यवस्था की गई है। जिले में नियमित उर्वरक प्राप्ते हो रहा है । कृषि विभाग के अधिकारियों एवं कृषि वैज्ञानिकों की कृषकों को उचित सलाह है कि डीएपी से बेहतर एनपीके उर्वरक होता है। डीएपी की जगह पर एनपीके उर्वरक 12ः32ः16, 20ः20ः0ः13, 20ः20ः0, 16ः16ः16, नैनो डीएपी उपलब्ध है। एनपीके से फसलों में संतुलित मात्रा में पोषक तत्व पौधों को उपलब्ध हो जाते हैं, इसके उपयोग से अन्य उर्वरकों की मात्रा देने की आवश्यकता नहीं होती है। अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी के कार्यालय या संबंधित क्षेत्रीय कृषि विस्तार अधिकारी से संपर्क कर सकते है।