तेंदूखेड़ा के सांगा गांव में बारिश के मौसम में एक तालाब फूट गया था। इसमें छह महीने बाद भी सुधार नहीं हुआ है। दर्जनों किसानों की सैकड़ो एकड़ खेती बंजर पड़ी है। वे रबी सीजन की फसल भी नहीं लगा सके क्योंकि इसी तालाब के पानी से उनकी फसलों की सिंचाई होती थी। जो तालाब फूटा था, वह पुराना था। मनरेगा योजना से उसकी मरम्मत का कार्य किया गया था। वन विभाग ने बीच में कार्य रुकवा दिया और बाद में तालाब फूट गया। उसके बाद आज तक मरम्मत नहीं हुई।