इंदौर
कृषि विज्ञान केन्द्र में कृषक वैज्ञानिक परिचर्चा आयोजित
2 Jan, 2025 09:24 PM IST | INDIATV18.COM
बुरहानपुर l कृषि विज्ञान केन्द ग्राम सांडस कला मंे कृषक वैज्ञानिक परिचर्चा का आयोजन आत्मा कृषि विभाग बुरहानपुर एवं कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा किया गया। जिसमें जिले से 152 कृषकों...
राज्यमंत्री श्रीमती बागरी ने ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग महादेव के दर्शन कर जलाभिषेक किया
2 Jan, 2025 09:02 PM IST | INDIATV18.COM
उज्जैन l नगरीय विकास एवं आवास राज्यमंत्री श्रीमती प्रतिमा बागरी ने आज ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग महादेव के दर्शन कर जलाभिषेक किया। उन्होंने ममलेश्वर मन्दिर के भी दर्शन किए। राज्यमंत्री श्रीमती बागरी ने...
कृषि विभाग की एक वर्ष की उपलब्धियों पर हुए समग्र विकास का परिदृश्य
1 Jan, 2025 10:08 PM IST | INDIATV18.COM
बड़वानी / किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के अनुसार एक वर्ष की उपलब्धियों पर बड़वानी जिले में हुए समग्र विकास का परिदृश्य हेतु प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई (माईक्रो ईरिगेशन) योजना...
-कृषि यंत्र अनुदान योजना का 285 हितग्राहियों को मिला लाभ
1 Jan, 2025 10:03 PM IST | INDIATV18.COM
खरगोन l फसलों के अधिक उत्पादन एवं लागत को कम करने के लिए कृषि अभियांत्रिकी विभाग द्वारा किसानों को विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत अनुदान पर कृषि उपकरण प्रदाय किये जाते...
पीएम किसान सम्मान निधि के आवेदन की जांच में अनावश्यक विलंब पर पटवारी निलंबित
1 Jan, 2025 07:23 AM IST | INDIATV18.COM
कलेक्टर बैतूल श्री नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट में आयोजित जनसुनवाई में आमजनों से प्राप्त आवेदनों पर गंभीरतापूर्वक सुनवाई कर उनका निराकरण किया। जनसुनवाई में आठनेर के ग्राम...
प्रभारी मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया ने दी नववर्ष की बधाई
1 Jan, 2025 07:19 AM IST | INDIATV18.COM
नीमच l प्रदेश की महिला बाल विकास मंत्री एवं जिले की प्रभारी मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया ने प्रदेश के साथ ही नीमचजिले के नागरिकों को नववर्ष पर हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं।
प्रभारी मंत्री सुश्री भूरिया ने अपने संदेश में कहा, कि प्रदेश एवं...
उप स्वास्थ्य केंद्रों की स्वीकृति से क्षेत्र में होगा स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार - मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया
1 Jan, 2025 06:56 AM IST | INDIATV18.COM
झाबुआ l महिला एवं बाल विकास मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया ने झाबुआ जिले की पेटलावद विधानसभा में 13 उप स्वास्थ्य केन्द्रों की स्वीकृति प्रदान करने पर उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र...
कृषकगण नरवाई प्रबंधन में सुपर सीडर का प्रयोग करें
31 Dec, 2024 05:24 AM IST | INDIATV18.COM
देवास l उपसंचालक कृषि गोपेश पाठक ने जिले के किसानों से आग्रह किया है कि वे नरवाई न जलाएं। उन्होंने कहा कि मृदा एवं पर्यावरण पर नरवाई जलाने के प्रतिकूल...
कृषि अधिकारी एवं वैज्ञानिकों ने विभिन्न ग्रामों पहुंच देखी फसल
31 Dec, 2024 05:21 AM IST | INDIATV18.COM
देवास जिले के खातेगांव विकासखण्ड में कृषि विज्ञान केन्द्र एवं कृषि विभाग के संयुक्त दल ने ग्राम लवरास, बरछाबुजुर्ग, सवासड़ा, सवासड़ी, दुलवा, जामनेर आदि ग्रामों के खेतों का निरीक्षण किया।...
ग्रीष्मऋतु में तरबूज एवं सब्जी का भी उत्पादन करना प्रारंभ किया
30 Dec, 2024 11:29 PM IST | INDIATV18.COM
अलीराजपुर । परंपरागत खेती छोड़ वैज्ञानिक तौर तरीके से खेती करना प्रारंभ किया तब से खेती की आय वृद्धि हो गई यह बात अलीराजपुर तहसील के ग्राम सेजगाव के किसान...
केंद्रीय मंत्री को भी भाया झाबुआ का मोटी आई कॉन्सेप्ट
30 Dec, 2024 11:17 PM IST | INDIATV18.COM
झाबुआ में चलाए जा रहे कुपोषण मुक्त अभियान के तहत लागू किया गया मोटी आई कॉन्सेप्ट केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी को भी पसन्द आया है। उन्होंने...
मिर्ची उत्पादन की नवीन वैज्ञानिक पद्धति टनल कल्टीवेशन का कलेक्टर द्वारा अवलोकन
28 Dec, 2024 08:42 PM IST | INDIATV18.COM
झाबुआ जिले के ग्रामीण जनों की आजीविका का मुख्य स्रोत खेती किसानी है कृषि के मुख्य कार्यों के साथ-साथ किसानों को अतिरिक्त आय सृजन के स्रोतो से जोडना समय की...
नवांकुर संस्थाओं का दो दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया
27 Dec, 2024 11:02 PM IST | INDIATV18.COM
बड़वानी / मध्यप्रदेश जनअभियान परिषद बड़वानी द्वारा नवांकुर संस्थाओं का दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुक्रवार से शुरू हुआ है। इसमें जिले की 35 नवांकुर संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।...
कृषि विज्ञान केंद्र में नवांकुर संस्थाओं का दिया जा रहा है दो दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण
26 Dec, 2024 09:35 PM IST | INDIATV18.COM
देवास। मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद द्वारा संचालित नवांकुर योजना अंतर्गत चयनित नवांकुर संस्थाओं का दो दिवसीय प्रशिक्षण कृषि विज्ञान केंद्र देवास में दिया जा रहा है। प्रशिक्षण कार्यक्रम का...
कृषि-विज्ञान-केंद्र के वैज्ञानिकों ने बताया पाला से फसल सुरक्षा के उपाय
26 Dec, 2024 09:15 PM IST | INDIATV18.COM
कटनी l कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक ने जानकारी देते हुए बताया कि रबी की फसलो को शीतलहर पाले से काफी नुकसान होता है। जब तापक्रम 5 डिग्री से.ये. से कम होने लगता है तब पानी पड़ने की पूर्ण संभावना होती है। हवा का तापमान जमाव बिंदु से नीचे गिर जाये। दोपहर बाद अचानक हवा चलना बन्द हो जाये तथा आसमान साफ रहे या उस दिन आधी रात से ही हवा रूक जाये तो पाला पडने की संभावना अधिक रहती है। रात को विशेषकर तीसरे एवं चौथे प्रहर में पाला पडने की संभावना रहती है। साधारणतया तापमान चाहे कितना ही नीचे चला जाये यदि शीत लहर हवा के रूप में चलती रहे तो कोई नुकसान नहीं होता है। परन्तु यही इसी बीच हवा चलना रुक जाये तथा आसमान साफ हो तो पाला पड़ता है जो फसलों के लिए नुकसानदायक है। पाला से पौधों को क्षति-पाले से प्रभावित पौधों की कोशिकाओं में उपस्थित पानी सर्वप्रथम अंतर कोशिकीय स्थान पर इकट्ठा हो जाता है। इस तरह कोशिकाओं में निर्जलीकरण की अवस्था बन जाती है। दूसरी ओर अंतरकोशिकीय स्थान में एकत्र जल जमकर ठोस रूप में परिवर्तित हो जाता है, जिससे इसके आयतन बढ़ने से आसपास की कोशिकाओं पर दबाव पड़ता है। यह दबाव अधिक होने पर कोशिकाएं नष्ट हो जाती हैं। इस प्रकार कोमल टहनियां पाले से नष्ट हो जाती हैं।कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने शीत लहर एवं पाली से फसल की सुरक्षा के उपाय हेतु बताया कि खेतों की सिंचाई जरूरी है, जब भी पाला पडने की सम्भावना हो या मौसम पूर्वानुमान विभाग से चेतावनी दी गई हो तो फसल में हल्की सिंचाई दे देनी चाहिए। जिससे तापमान 0 डिग्री सेल्सियस पाले की से नीचे नहीं गिरेगा और फसलों को पाले से होने वाले नुकसान से बचाया जा सकता है सिंचाई करने से 0.5-2 डिग्री सेल्सियस तक तापमान में बढोतरी हो जाती हैं।पौधे को ढकें - पाले से सबसे अधिक नुकसान नर्सरी में होता है। नर्सरी में पौधों को रात में प्लास्टिक की चादर से ढकने की सलाह दी जाती है। ऐसा करने से प्लास्टिक के अन्दर का तापमान 2-3 डिग्री सेल्सियस बढ़ जाता है। जिससे सतह का तापमान जमाव बिंदु तक नहीं पहुंच पाता और पौधे पाले से बच जाते हैं। पॉलिथीन की जगह पर पुआल का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। पौधों को ढकते समय इस बात का ध्यान जरूर रखें कि पौधों का दक्षिण पूर्वी भाग खुला रहे, ताकि पौधों को सुबह व दोपहर को धूप मिलती रहे।खेत के पास धुआं करें- अपनी फसल को पाले से बचाने के लिए अपने खेत में धुंआ पैदा कर दें। जिससे तापमान जमाव बिंदु तक नहीं गिर पाता और पाले से होने वाली हानि से बचा जा सकता है।रासायनिक उपचार- जिस दिन पाला पड़ने की संभावना हो उन दिनों फसलों पर गंधक के तेजाब के 0.1 प्रतिशत घोल का छिडकाव करना चाहिये। इस हेतु एक लीटर गंधक के तेजाब को 1000 लीटर पानी में घोलकर एक हेक्टर क्षेत्र में प्लास्टिक के स्प्रेयर से छिडकें। ध्यान रखें कि पौधों पर घोल की फुहार अच्छी तरह लगे। छिड़काव का असर दो सप्ताह तक रहता है। यदि इस अवधि के बाद भी शीत लहर व पाले की संभावना बनी रहे तो गंधक के तेजाब को 15 से 15 दिन के अंतर से दोहराते रहें। सल्फर 80 प्रतिशत डब्लू डी जी पाउडर को 40 ग्राम प्रति पम्प (15 लीटर पानी) में मिलाकर स्प्रे करें।दीर्घकालीन उपाय- फसलों को बचाने के लिये खेत की उत्तरी-पश्चिमी मेड़ों पर तथा बीच-बीच में उचित स्थानों पर वायु अवरोधक पेड़ जैसे